शीर्षक से लग रहा कि लेखक ने महिला छात्रावास की एक और टूटी हुई चीज पकड़ ली जैसे पिछले बार महिला छात्रावास की टूटी चारदीवारी थी।
खैर इस बार ये टूटी हुई चीज भी चारदीवारी न हो कर चारपाई है(लेखक को नंबर चार......से क्या है प्यार?)। लेकिन ये गर्ल्स हॉस्टल की ही संपत्ति है या नहीं इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता(गुप्त सूत्रों से संपर्क नहीं हो सका है)।
महिला छात्रावास, जैसा कि पिछले बार बताया कि, हमेशा से लड़कों/पुरुषों के लिए एक कौतूहल का विषय रहा है चाहे तो आप इस बारे में बातें करते हुए पूरी रात गुजार सकते हैं। बस बातें मजेदार होनी चाहिए और छात्रावास की सिर्फ चारदीवारी पर केंद्रित न हो कर इसके मुख्य निवासियों पर होनी चाहिए(अरे भाई हम उन निवासियों की जीवनशैली और उनकी समस्याओं पर चर्चा की बात कर रहे हैं.......आप भी न कुछ भी सोच लेते हैं)।
अभी कुछ दिनों पहले मैं लोकडौन के बाद घर से वापस कॉलेज कैंपस लौटा।
ये भी अजीब ही विडंबना है हम मेडिकल के छात्रों की। परीक्षा न हो तो कॉलेज को कोसते हैं और परीक्षा होने की सूचना आये तो टालने के बहाने ढूंढते हैं (खुद ने पढ़ाई नहीं की इस बारे में सोचने पर विषादग्रस्त होने का खतरा रहता है)।
घर से लौटने पर कैंपस में एक मजेदार चीज देखी। अब ये तो सर्वविदित है कि युगों युगों से महिला छात्रावास के सामने वाला पेड़ ही हम मेडिकल के छात्रों की असली मंजिल PMT रही है। जिसके लिए ही कई लोग AIPMT अर्थात नीतू जी(NEET UG) को अपनी परीक्षा के नंबर से रिझाने में लगे रहते हैं(जी हाँ, सही सुना आपने। कोटा के बच्चों को जब अपनी जवानी के शुरू में "उनके" कांटेक्ट नंबर के लिए मेहनत करना चाहिए तब वो टेस्ट में आने वाले नंबर के लिए मेहनत करते हैं)।
हमारा कॉलेज PMT से आगे बढ़ कर कुर्सी/बेंच तक पहुंच गया है(हम नई पीढ़ी के बच्चे हैं)।
गर्ल्स हॉस्टल के सामने PMT की छाँव में हमेशा लोहे की आपस में जुड़ी हुई 3 कुर्सियों वाली बेंच लगी रहती है। वो भी वहाँ इसलिए रखी हुई है क्योंकि उसमें जो बीच वाली कुर्सी थी वो किसी ने उखाड़ दी थी। अब वो दो गज की दूरी(क्योंकि हम कोरोना के नियमों का समर्थन करते हैं......दूरी की मजबूरी) वाली दो कुर्सियाँ बन गई हैं जो अब जुड़ी हुई हैं और रखी हुई है गर्ल्स हॉस्टल के सामने। अक्सर वो कुर्सी हॉट सीट रहती है हंसों के जोड़ों (कपल्स) के लिए।
कल मजेदार चीज ये देखी कि उसके सामने अब किसी ने चारपाई डाल दी है वो भी एक पैर टूटी हुई। अब ये समझ नहीं आ रहा कि किसी ने चारपाई तोड़ कर वहाँ डाल दी या वहाँ डाल कर तोड़ दी! चारपाई टूटने का तो मतलब समझते हैं ना आप?(हम फ्रैक्चर की बात कर रहे हैं.......बाकी आप जो सोच रहे हैं वो भी हो सकता है।)
अब इस चारपाई के वहाँ पहुँचने का इतिहास और उसका वर्तमान में इस्तेमाल क्या है? इस बारे में जाँच समिति का गठन करेंगे। आपको जवाब पता हो या आप इस जाँच समिति के सदस्य बनना चाहते हो तो नीचे टिप्पणी कर के जरूर बताइएगा।
संदर्भ व शब्दकोष:
शीर्षक में "टूटी" का प्रयोग विशेषण(adjective) का तौर पर है या क्रिया(verb) के तौर पर?
महिला छात्रावास की टूटी हुई चारदीवारी- इसी ब्लॉग में पहले से प्रकाशित एक रचना
विडंबना- दुविधा/समस्या
विषादग्रस्त- डिप्रेशन
PMT - पिया मिलन ट्री
नीतू जी - NEET UG हमारे कोटा वाले गुरु जी के द्वारा दिया गया नाम
कोटा- आप अपने शहर और प्रिय शिक्षक का नाम सोच लीजिये
हंसों का जोड़ा- कोरोना काल में मेडिकल कॉलेज का हाल भाग 1
चारपाई टूटना- अब इसका अर्थ भी बताना पड़ेगा?
आपका वरीय/कनीय/मित्र
वरुण(२०१७ बैच)
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